मेरी भ्रष्ट सरकार…
मेरी भ्रष्ट सरकार…
मरहम(Ointment) न मिला,
मरहम को जब हम गए ,
शक्ल में वादे की ,जब मरहम मिला ,
तब तक मर हम ही गए..
जुबान की पक्की है ये ,
काम पुरे हो जाते है ,
हाथ में बस पैसा रखदो ,
सरकार नहीं , ये तो व्यापर चलते है .
मतदान के समय ,
बहुत ऊँचा इनका झंडा था ,
हमने तो मतदान इन्हे कर दिया ,
किसे पता था ,ये तो फाँसी का फंदा था …
शोषण नहीं ये प्यार है ,
मतदाता ही बेकार है ,
चुना जिसे हम लोगो ने ,
ये एक भ्रष्ट सरकार है ||
जय हिन्द जय भारत
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